National Sports Day - 29 August
National Sports Day - 29 August
मेजर ध्यानचंद – संक्षिप्त परिचय
मेजर ध्यानचंद (जन्म – 29 अगस्त 1905, निधन – 3 दिसंबर 1979) भारतीय हॉकी के इतिहास के सबसे महान खिलाड़ियों में से एक माने जाते हैं। उन्हें "हॉकी का जादूगर" भी कहा जाता है। उनकी हॉकी स्टिक से गेंद मानो चिपक जाती थी, इसलिए विरोधी खिलाड़ी और दर्शक उन्हें जादूगर कहकर पुकारते थे।
ध्यानचंद जी ने भारत को तीन बार लगातार ओलंपिक (1928, 1932 और 1936) में स्वर्ण पदक दिलाया। 1936 के बर्लिन ओलंपिक में जर्मनी को हराने के बाद हिटलर ने भी उनकी प्रतिभा को स्वीकार किया था। खेल के प्रति उनका समर्पण, अनुशासन और राष्ट्रप्रेम आज भी सभी के लिए प्रेरणादायक है। उनके जन्म दिवस (29 अगस्त) को भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
विद्यालय में आयोजित खेल प्रतियोगिताएँ
पीएम श्री राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय, डीडीहाट में 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के उपलक्ष्य में 28 अगस्त एवं 30 अगस्त को विभिन्न खेलों का आयोजन किया गया।
28 अगस्त को आयोजित खेल
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100 मीटर दौड़ – खिलाड़ियों को 100 मीटर दूरी कम से कम समय में पूरी करनी होती है।
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बोतल दौड़ – खिलाड़ी दौड़ते हुए बोतलें उठाकर तय स्थान पर रखते हैं।
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स्प्रिंट दौड़ – छोटी दूरी की तेज गति दौड़।
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लंबी कूद – दौड़कर सबसे दूर तक कूदने वाला खिलाड़ी विजेता।
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रस्साकसी – दो टीमों के बीच शक्ति और सामूहिक प्रयास का खेल।
30 अगस्त को आयोजित खेल
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खो-खो – एक टीम आक्रमण करती है और दूसरी टीम बचती है।
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कैरम – गोटियों को स्ट्राइकर से पॉकेट में डालने का खेल।
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शतरंज – बुद्धि और रणनीति का खेल जिसमें राजा को मात देना लक्ष्य होता है।
राष्ट्रीय खेल दिवस का उद्देश्य
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भारत में खेल और खिलाड़ियों को सम्मान देना।
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युवाओं व विद्यार्थियों को खेलों की ओर प्रेरित करना।
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मेजर ध्यानचंद के योगदान को स्मरण करना।
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स्वस्थ जीवनशैली और टीम भावना का विकास करना।
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खेलों को राष्ट्र निर्माण का आधार मानते हुए आगे बढ़ाना।
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