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Hindi Story

हिंदी कहानियाँ व क्विज़ ज़ोन

हिंदी कहानियाँ व क्विज़ ज़ोन

📖 लंबी कहानियाँ और इंटरएक्टिव क्विज़ ज़ोन

🪶 सच्चा दोस्त

एक बार की बात है, दो घनिष्ठ मित्र मोहन और सोहन एक गाँव में रहते थे। दोनों हमेशा साथ खेलते, खाते और पढ़ते थे। एक दिन उन्होंने तय किया कि वे पास के जंगल की सैर करने जाएंगे। रास्ता हरा-भरा था, चारों ओर पेड़ और फूल खिले थे। चलते-चलते अचानक झाड़ियों में कुछ हिला, और दोनों घबरा गए। देखा तो एक बड़ा भालू उनकी ओर आ रहा था!

सोहन डर के मारे तुरंत पास के पेड़ पर चढ़ गया। लेकिन मोहन पेड़ पर नहीं चढ़ सकता था। उसने तुरंत जमीन पर लेटकर सांस रोक ली और खुद को मरा हुआ दिखाने लगा। भालू उसके पास आया, सूंघा और चला गया।

जब खतरा टल गया, सोहन नीचे उतरा और बोला, “भालू ने तुम्हारे कान में क्या कहा?” मोहन मुस्कुराया और बोला, “भालू ने कहा कि मुसीबत में जो साथ न दे, उससे दोस्ती नहीं करनी चाहिए।”

सीख: सच्चा दोस्त वही होता है जो मुश्किल समय में साथ दे।

1. मोहन और सोहन कहाँ जा रहे थे?

जंगल घूमने
स्कूल
बाजार

2. भालू देखकर सोहन ने क्या किया?

पेड़ पर चढ़ गया
भाग गया
छिप गया

3. मोहन ने क्या किया?

ज़मीन पर लेट गया
पेड़ पर चढ़ गया
रोने लगा

4. कहानी से क्या सीख मिलती है?

मुसीबत में साथ देने वाला ही सच्चा दोस्त है
भालू से डरना चाहिए
जंगल नहीं जाना चाहिए
🍎 ईमानदारी का फल

रामू एक छोटे से गाँव में रहता था। वह गरीब जरूर था, लेकिन बहुत ईमानदार था। एक दिन जब वह खेत की ओर जा रहा था, रास्ते में उसे एक चमकदार पर्स मिला। उसमें बहुत पैसे और कुछ कागज थे। रामू सोच में पड़ गया — "अगर मैं यह रख लूँ, तो कोई नहीं जान पाएगा..." लेकिन तुरंत उसकी अंतरात्मा ने कहा, "नहीं! यह किसी और का है।"

रामू पर्स लेकर थाने गया और पुलिस को दे दिया। कुछ घंटों बाद एक बुजुर्ग व्यक्ति थाने आया, जो अपना पर्स खोज रहा था। जब उसे पर्स वापस मिला, तो उसकी आंखों में खुशी के आँसू आ गए। उसने रामू को आशीर्वाद और इनाम दिया।

सीख: ईमानदारी हमेशा फल देती है और समाज में सम्मान दिलाती है।

1. रामू को रास्ते में क्या मिला?

एक पर्स
एक किताब
एक खिलौना

2. रामू ने पर्स किसे दिया?

पुलिस को
अपने दोस्त को
अपने घर वालों को

3. बुजुर्ग व्यक्ति ने रामू को क्या दिया?

आशीर्वाद और इनाम
सजा
डाँट

4. कहानी की सीख क्या है?

ईमानदारी हमेशा फल देती है
झूठ बोलना अच्छा है
धोखा देना लाभदायक है
🍇 लोमड़ी और अंगूर

एक दिन गर्मी के मौसम में एक लोमड़ी बहुत भूखी थी। वह खाने की तलाश में इधर-उधर घूम रही थी। अचानक उसने एक बेल पर ऊँचाई पर लटकते हुए रसदार अंगूर देखे। लोमड़ी ने सोचा, “वाह! अगर मैं ये अंगूर खा लूँ, तो भूख मिट जाएगी।” उसने बार-बार ऊँची छलाँग लगाई, लेकिन अंगूर तक नहीं पहुँच सकी।

थककर वह बैठ गई और बड़बड़ाई — “ये अंगूर तो वैसे भी खट्टे होंगे।” इतना कहकर वह वहाँ से चली गई।

सीख: जो चीज़ हमें नहीं मिलती, उसे बुरा कहना ठीक नहीं है। हमें मेहनत जारी रखनी चाहिए।

1. लोमड़ी को पेड़ पर क्या दिखा?

अंगूर
सेब
केला

2. लोमड़ी अंगूर क्यों नहीं खा सकी?

क्योंकि अंगूर ऊँचाई पर थे
क्योंकि वह बीमार थी
क्योंकि अंगूर नहीं थे

3. लोमड़ी ने क्या कहा?

ये अंगूर तो खट्टे हैं
ये अंगूर बहुत मीठे हैं
मुझे अंगूर पसंद नहीं

4. कहानी की सीख क्या है?

मेहनत करते रहना चाहिए
हार मान लेना चाहिए
दूसरों को दोष देना चाहिए

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